तेरी ही प्रेरणा से ये काम हो रहा है। मेरा.
छलिया से दिल क्यों लगाया है ये मैं जानू या वो जाने
Raat kali ek khwaab mein aayi, aur gale ka haar hui Yun to haseenon ke, maahajabinon ke hote सत्संग भजन लिरिक्स इन हिंदी hai roz nazaare
गज की टेर सुनी मेरे नटवर । आये मदन गोपाल, भज मन श्रीराधे।।३।।
कित्थ मिलया न प्रीतम प्यारा, मैं चप्पा चप्पा छान मारया।।
आहों में असर होगा, घर बैठे बुला लेंगे।।
बदनामी का फल, क्या पाया है, ये मैं जानू या वा जा
राधा नाम है जिस रसना पर, राधा नाम है जिस रसना पर
बइया गले में डाले जब दोनों मुस्कुराते ।
नाम मेरी राधा रानी का लिरिक्स
द्रुपद सुता दुष्टों ने घेरी आये नाथ करी ना देरी।
मेरा गोपाल गिरधारी जमाने से निराला है।
धरी है पाप की गठरी मेरे सिर पे बहुत भारी।
इत मथुरा इत गोकुल नगरी बीच में जमुना बहै धीरे-धीरे।।