रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम।
गोकुल में ढूँढा तुझे, मथुरा में पाया है,
अरे वाने खबर पड़ी, संतो सत्संग अमर झड़ी
अवधपुरी में उत्सव मनाऊं, राम जी को बुलाऊं।
तू राम भजन कर प्राणी, तेरी दो दिन की जिन्दगानी,
बेरर विनाश श्री विश्व्नाथ के हाथों का त्रिशूल करे।
गोपाल मुरलिया वाले – सत्संग भजन लिरिक्स इन हिंदी
ओ पापी मन करले भजन मौका मिला है तो करले जतन
भगवान राम की भक्ति में रमे इन भजनों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और राम की कृपा से अपनी आत्मा को शुद्ध करें।
रोवाड़ा रा राजा, सार्दुलसिंहजी दाता, हेमर जोर री घुमाई ओ, रोवाडा रा राजा, अरे हेमर जोर री घुमाई ओ, रोवाडा...
कहा आता कहा जाता लागे नहीं पाता लिरिक्स
मेरी बहना आखिर में देय संग हरिनाम, उमर सारी ढर गई।
अरे वाने खबर पड़ी, संतो सत्संग अमर झड़ी get more info